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02.01.2013 13:17 - В ДЕТСТВОТО СЕ РАЗБОЛЯХ - АРСЕНИЙ ТАРКОВСКИ
Автор: ambroziia Категория: Лични дневници   
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     В   ДЕТСТВОТО   СЕ   РАЗБОЛЯХ

       АЗ  В  ДЕТСТВОТО  СЕ  РАЗБОЛЯХ  - 
ОТ  ГЛАД  И  СТРАДАХ.  НАПУКАНИТЕ  УСТНИ
ПРЕХАПЯ  И  -  ОБЛИЖА;  ТЪЙ  ЗАПОМНИХ
ПРОХЛАДНИЯ  И  СОЛЕНЕЕЩ  ВКУС.

       И  ВСЕ  ВЪРВЯ,  И  ВСЕ  ВЪРВЯ,  ВЪРВЯ,
НА  СТЪЛБИЩЕТО  СЯДАМ  ДА  СЕ  СГРЕЯ,
ВЪРВЯ  ЗАМАЯН  КЪМ  РЕКАТА,  СЯКАШ
ПОД  СВИРКАТА  НА  ЗАКЛИНАТЕЛ,  СЯДАМ,

       НА  СТЪЛБАТА  СЕ  ГРЕЯ;  ВСЕ  ТРЕСЕ  МЕ.
А  МАЙКА  МИ  СТОИ,  С  РЪКА  МЕ  ВИКА,
НАБЛИЗО  Е,  НО  КАК  ДА  ПРИБЛИЖА:
ЩОМ  ТРЪГНА  -  СЕДЕМ  КРАЧКИ  НИ  ДЕЛЯТ,

       С  РЪКА  МЕ  ВИКА;  ТРЪГНА  ПАК  -  СТОИ
НА  СЕДЕМ  КРАЧКИ  И  МЕ  ВИКА.  СТАНА  МИ
ГОРЕЩО,  РАЗКОПЧАХ  ЯКАТА,  ЛЕГНАХ  - 
ТРЪБИ  ЗАСВИРИХА  И  СВЕТЛИНА

       ПО  КЛЕПКИТЕ  УДАРИ,  ПОЛЕТЯ
С  КОНЕТЕ  МАЙКА  МИ,  С  РЪКА  МИ  МАХНА  - 
И  ОТЛЕТЯ...  СЪНУВАМ  АЗ  ПРЕЗ  ДЕН
ПАК  БОЛНИЦАТА  БЯЛА  ПОД  ЛИПАТА

       И  БЕЛИЯ  ЧАРШАФ,  ВСЕ  ТЪЙ  СТУДЕН, 
И  БЕЛИЯ  НИ  ЛЕКАР,  ВЗРЯН  ВЪВ  МЕН,
И  БЯЛА,  ДО  НОЗЕТЕ  МИ  СЕСТРАТА
КРИЛЕ  ПОВДИГА.  И  ОСТАНАХА.

А  МАЙКА  МИ  ДОЙДЕ,  С  РЪКА  МИ  МАХНА  - 
И  ОТЛЕТЯ...

                   image
             
Превод:
Светлозар  Жеков



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